Wednesday, January 28, 2009

Zindgi


एक शाम जा चुकी हे जिंदगी की ,

एक और दिन अ रहा हे जिंदगी का,

ये मत सोचो के कितने लम्हे हे जिंदगी में,

ये सोचो के कितनी जिंदगी हे हर लम्हे में........!!!!!

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